अवकाश में हम स्थापीत कर रहे है अपनी योग्यता
इसरो ने दिखाई आज अपनी सिद्धता
एक एक चप्पा भारत में बदल ने की है क्षमता
उसके लिये चाहिये लोगोंकी मान्यता
राजनीती से उठ कर देशहीत विचारो की एकता
तो देश में आंधी से उठेंगी घर घर में संपनता
नेतृत्व में हो दूरदृष्टिता ओर विषयो की गहनता
साध्य होती है उस देश को ये सफलता
आओ चले हम तिरंगे के शान में दिखाते है सिद्धता
इस राष्ट्र को ले चलते है बुलंदी की चरम सीमा लांघता
सुनील
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