भाइयो आपके देश में
क्यों जनाजे उठ रहे है नौजवानोंके।
अपनोंको खुशहाल बनाना छोड़के
क्यों वीरान बनाने चले पडोसीको ।
इतिहास गवाह है जब जब उठते है शोले
गैरो के साथ अपने ही जल जाते है ।
एतबार के जगह बन्दुके दे रहे हो
क्यों बरबाद कररहे हो अपनी ही जवान नस्ल को ।
तब सम्भलनेको नही रहेगा कोई बाकी
वीरान हो जाओगे अपने देश से जिंदगी से भी ।
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