Tuesday, 5 July 2016

यारो तुम






यारो तुम हमसे थोडा 
करो प्यार 

तुफान में पहाडियो के चोटी पर 
सीना तानके मर मिटणे को  है तय्यार
बनके तम्हारे सुरक्षाकी दिवार  


यारो तुम,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

हमारे घर का हाल तुमसे क्या छुपा है 
तुम्हारे भरोसे तो छोड आये है 
उनका  करो खयाल 

यारो तुम,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

आते है हम घरको नाही चाहते है  सम्मान 
वतन के इन सिपही को न करो परेशान 
उनका घर रहना  करो हो सके तो असांन 

यारो तुम,,,,,,,,,,,,,,,,,

हम न हरेंगे   न तुम्हे हरने देंगे 
जी जान की बाजी लगायेंगे 
हमारे राष्ट्र का पंचम 
बडे शान से लहरायेंगे 

सुनील 


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