माझ्या मराठी हिंदी कविता ,लेख ,कथा
Saturday, 30 April 2016
मुझे न चहीये
मुझे
न
चहीये
कूछ
जिंदगी
के
लिये
|
जोभी
चाहिये
तेरे
बंदगी
के
लिये
|
मुझे
न
चाहिये
संसार
की
गंदगी
|
मुझे
चाहिये
बंदगी
की
लिये
जिंदगी
|
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