हा मै सपनो का सौदागर ही हुं ।
हा मैने सौदा किया इस राष्ट्र को सुनहरे दिन लाने के लिये
न कि किसीसे इस राष्ट्र कि संपत्ती लुटने वालोसे ।
हा मै सपनो का सौदागर ही हुं।
हा मै सपने दिखता हुं इस राष्ट्र कि गरिमा बढाने के लिये
न की किसीको इस राष्ट्र कि गरीमा से खेलने के लिये ।
हा मै सपनो का सौदागर ही हुं ।
हा मैं सपने दिखाता हुं इस राष्ट्र के भलाई के
न कि राष्ट्र कि हर संपत्ती निजी स्वार्थ के लिये बेचने के ।
हा मै सपनो का सौदागर ही हुं।
हा मैं सपनोका सौदागर हुं इस राष्ट्र कि ताकत विश्व में बढाने के लिये
मैं इन्ही सपनोको सनजोगता हुं
उसी भारत मां के गर्व के लिये जिता हुं ।
सुनील ३०/५/१६
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