ये खुशी से सातो साथ रहते ।
रंगो का कोई धरम नही होता
रंगो का मजहब नही होता
हमने बटा है इनको
वरना इनका कोई वतन भी नाही होता
ये खुशी से सातो साथ रहते ।
रंग तो महसूस करने जस्बा है
रंग तो तस्सली का नुस्का है
हमने नाम दिया है इनको
वरना सफेद के सीवा
इनका कोई वजूद भी नाही होता
ये खुशी से सातो साथ रहते ।
बदनाम किया है इनको हमने
धरम और मजहब में बाट कर
वरना ये तो खुशिया ही बाटते
इंद्रधनुष्य की तऱ्हा पुरे विश्व् पर
सुनील
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